، فاطمه رجنی1
، ابراهیم پبری*2

| نویسندگان | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | درصد کیفیت |
| ساهان و همکاران (27) |
1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 5 | 09/87 |
| همالاسا و همکاران (28) | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 5 | 09/87 |
| علیزاده و همکاران (29) | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 4 | 87/83 |
| کاواکامی و همکاران (11) |
1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 4 | 09/87 |
| پیری و همکاران (30) |
1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 5 | 54/93 |
| صمدی و همکاران (31) |
1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 3 | 74/67 |
| علوی مهر و همکاران (32) |
1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 4 | 41/77 |
| کاکاوند و همکاران (33) |
1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 3 | 64/80 |
| کوستا و همکاران (7) |
1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 4 | 32/90 |
| پنگ و همکاران (27) |
1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 4 | 09/87 |
| علوی مهر و همکاران (34) |
1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 3 | 19/74 |
| اتاابدی و همکاران (35) |
1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 5 | 09/87 |
| چن و همکاران (36) |
1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 5 | 64/80 |
| فتح الهی و همکاران (37) | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 5 | 54/93 |
| جعفر نژاد گرو و همکاران (38) |
1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 5 | 32/90 |
| زنگ و همکاران (39) |
1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 5 | 64/80 |
| جعفر نژاد گرو و همکاران (40) |
1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 5 | 54/93 |
| لی و همکاران (41) |
1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 4 | 09/87 |
| می و همکاران (42) |
1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 3 | 19/74 |
| جعفرنژاد گرو و همکاران (43) |
1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 4 | 32/90 |
| یانگ و همکاران (44) |
1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 1 | 0 | 1 | 4 | 87/83 |
| نویسنده | هدف | حجم نمونه | مداخله / ابزار | نتیجه |
| ساهان و همکاران (27) | مقایسه اثرات تنفس ترکیبی و وضعیت ورزش (نشسته یا ایستاده) بر فعالیت عضلانی پا و مچ پا در تمرینات کوتاه پا (SFE) در افراد مبتلا به پای پرونیت | 15 فرد مبتلا به پای پرونیت | تمرینات کوتاه پا با و بدون تمرین تنفسی در حالت نشسته و ایستاده /الکترومایوگرافی سطحی | فعالیت عضلانی در تیبیالیس قدامی، تیبیالیس خلفی و ابداکتور بلند شست در تمرینات کوتاه پا با تمرین تنفس نسبت به حالت بدون تنفس در وضعیت ایستاده نسبت به حالت نشسته بهطور معنیداری بیشتر بود. |
| هماتالا و همکاران (28) | مقایسه تمرینات راهرفتن روی انگشتان پا و تمرینات درونی پا بر پای پرونیت | 40 فرد مبتلا به پای پرونیت (20 نفر گروه تمرینات پیادهروی با انگشتان پا- 20 نفر گروه تقویت عضلات درونی پا) | تمرینات تقویتی عضلات داخلی پا، تمرین راهرفتن روی انگشتان پا/ شاخص وضعیت پا | نتایج تجزیهوتحلیل یک تفاوت آماری معنیدار را به نفع گروه تمرین عضلات داخلی پا نشان داد. این نشان میدهد که افراد این گروه در مقایسه با افرادی که در گروه راهرفتن با انگشتان پا بودند، بهبود بیشتری را در کفپای صاف خود تجربه کردند. |
| علیزاده و همکاران (29) | بررسی تأثیر حاد استفاده از کفیهای ضد پرونیشن بر محتوای فرکانس عضلانی در افراد با بازسازی رباط صلیبی قدامی و مبتلا به پای پرونیت در حین راهرفتن | 13 مرد با بازسازی رباط صلیبی قدامی و مبتلا به پای پرونیت | ارتز /الکترومایوگرافی سطحی | نتایج نشان داد که گروه بازسازی رباط صلیبی قدامی با پاهای پرونیت در رکتوس فموریس و گاستروکنمیوس داخلی در مرحله بارگذاری نسبت به گروه سالم، فرکانس متوسط بالاتری داشتند. علاوه بر این، نتایج نشان داد که محتوای فرکانس واستوس خارجی در مرحله مید استانس با ارتزهای پا در مقایسه با بدون آن بیشتر بود. |
| کاواکامی و همکاران (11) | تأثیر پای پرونیت شده (چرخش مچ پا به داخل) بر رفتار و کارایی انرژی در هنگام راهرفتن | 24 مرد جوان سالم و مبتلا به پای پرونیت | همه راهرفتن آزمودنیها روی زمین و تلاش برای تماس قسمتهای عقب و جلو پا با صفحات نیروی مجزا جهت تجزیهوتحلیل نیروهای وارد بر مناطق جداشده در پا/سیستم سهبعدی ضبط حرکت | هیچ تفاوتی در کار مفصل میانی تارسال بین پای پرونیت و پای خنثی وجود نداشت. از سوی دیگر، پای پرونیت کار منفی خالص بیشتری را در ساختارهای دیستال جلوی پا در طول راهرفتن نشان داد. پای پرونیت در مقایسه با پای خنثی، کار مثبت خالص کمتری را در مچ پا و مرکز جرم در حین راهرفتن نشان داد. |
| پیری و همکاران (30) | تأثیر تمرینات در آب و تراباند بر فعالیت الکتریکی عضلات اندام تحتانی در افراد مبتلا به پای پرونیت در حین راهرفتن | 45 مرد مبتلا به پای پرونیت | هشت هفته تمرین در آب و تمرین با تراباند/ الکترومایوگرافی سطحی | فعالیت عضله گاستروکنمیوس و عضله نیمه وتری در پسآزمون نسبت به پیش آزمون در گروه تمرین در آب و تراباند افزایش معنیداری داشت. |
| صمدی و همکاران (31) | بررسی تأثیر تمرینات تخصصی کیوکوشین کاراته بر فعالیت عضلات ساق پا و ارتفاع قوس طولی میانی در دختران نوجوان مبتلا به پرونیشن پا | 24 دختر جوان مبتلا به پای پرونیت | هشت هفته تمرینات تخصصی کیوکوشین کاراته/ الکترومایوگرافی سطحی | میزان فعالیت عضلات تیبیالیس قدامی و گاستروکنمیوس خارجی در گروه تمرین نسبت به گروه کنترل افزایش معنیداری داشت. در گروه تمرین، فعالیت هر سه عضله اندازهگیری شده فیبولاریس لانگوس، تیبیالیس قدامی و گاستروکنمیوس جانبی، از پسآزمون تا پیشآزمون افزایش معنیداری داشت. |
| علویمهر و همکاران (32) |
تأثیر یک پروتکل ورزشی منتخب بر فعالیت عضلات تنه و اندام تحتانی سالمندان مبتلا به کمردرد و پاهای پرونیت حین راهرفتن |
32 مرد مبتلا به کمردرد و پای پرونیت (کنترل 15 نفر، فقط با پرونیشن پا و تجربی 17 نفر، با هر دو کمردرد و پا پرونیشن پا) | گروه آزمایش به مدت 12 هفته و هر هفته 3 جلسه تمرین مقاومتی با تراباند انجام دادند/ سیستم الکترومایوگرافی بیسیم با 9 جفت الکترود سطحی دوقطبی | نتایج حاکی از اثرات اصلی معنیدار «زمان» برای ارکتور اسپاینا در افست سطح مهره سوم کمری، اثرات اصلی «گروهی» برای افست قدامی تیبیالیس و برای ارکتور اسپاینا در سطح مهره سوم کمری افست بود. |
| کاکاوند و همکاران (33) | تأثیر ارتزهای بدون نسخه بر راهرفتن در شرکتکنندگان با پرونیشن بیشازحد |
10 مرد و زن مبتلا به پای پرونیت | راهرفتن در سه مرحله با کفش دویدن، پا برهنه و با استفاده ارتز با کفش دویدن در قسمت داخلی پا /دوربینهای سهبعدی | آهنگ، طول گام و طول قدم در کفشهای دویدن در مقایسه با گروه ارتزی بدون نسخه بهبود یافت؛ اما تفاوت معنیداری بین کفش دویدن و ارتزهای بدون نسخه وجود نداشت. |
| کوستا و همکاران (7) | آیا دوز-پاسخ کفیهای گوهای داخلی بر روی بیومکانیک اندام تحتانی در افرادی که پای پرون شده در حین راهرفتن و دویدن دارند وجود دارد؟ |
9 زن و 7 مرد مبتلا به پای پرونیت | استفاده از چهار نوع کفی/ صفحه نیرو | برای دویدن، کفیهای 6 درجه و 9 درجه زاویه انحراف مچ پا را در طول ایستادن اولیه کاهش یافت و انحراف مچ پا را در طول ایستادن اولیه کاهش دادند. کاهش لحظه انحراف مچ پا در راهرفتن و دویدن برای کفیهای 6 درجه و 9 درجه مشاهده شد. افزایش لحظه ادداکشن زانو در راهرفتن و دویدن برای همه کفیها رخ داد. برای لگن، کفیهای 6 درجه و 9 درجه، در حین راهرفتن، کاهش زاویه اداکشن لگن و افزایش در اداکشن لگن و گشتاورهای چرخش خارجی را نشان دادند. |
| پنگ و همکاران (45) | بررسی و تعیین کمیت تأثیر ارتفاعات نگهدارنده قوس بر روی بیومکانیک داخلی پا در طول ایستادن راهرفتن | یک مرد جوان بالغ مبتلا به پای پرونیت | ارتز /نیروهای عضلانی در طول راهرفتن توسط یک مدل چند بدنه محاسبه شد و برای رانندگی مدل اجزای محدود پا استفاده شد. | شارهای اوج پا در ایستادن متعادل و نیروی عمودی عکسالعمل زمین دوم با افزایش ارتفاع تکیهگاه قوس کاهش مییابد. بااینحال، اوج فشار میانی پا در تمام لحظات شبیهسازیشده افزایش یافته است. در همین حال، حمایت قوس بالا باعث کاهش بارگذاری فاسیای کفپا به میزان 5% تا 15.4% در نواحی پروگزیمال شد اما در نواحی میانی و دیستال افزایش یافت. |
| علویمهر و همکاران (34) | اثر حاد ارتز پا بر دامنه فرکانس نیروهای واکنش زمین در کودکان پسر با صافی کفپای انعطاف پذیر در حین راهرفتن | 15 کودک پسر مبتلا به پای پرونیت | ارتزهای ساپورت قوس پا /صفحه نیروی کیستلر | استفاده از ارتز پا فرکانس نیروی واکنش زمین میانی-جانبی اندام غیر غالب را با توان 99.5٪ کاهش داد |
در مطالعات صورت گرفته از سال 2018 تا 2024 در زمینه تأثیر مداخلات توانبخشی در افراد مبتلا به پای پرونیت طی دویدن تعداد 10 مقاله مورد بررسی قرار گرفت (جدول 3). حجم نمونه آماری در این مقالات در مجموع تعداد 234 فرد مبتلا به پای پرونیت بود. در این بررسی جنسیت در دو مقاله نامعلوم بود (41, 43) پژوهش روی زنان در دو مقاله (36, 43)، پژوهش روی دونده ها شامل دونده های تفریحی در (36, 39, 42, 43) روی مردان چهار (37, 38, 40, 42) استفاده از دو جنسیت یک مقاله بود (35). ابزارهای استفاده شده در این مطالعات شامل استفاده از الکترومایوگرافی سطحی در چهار مقاله (37, 38, 40, 42) صفحه نیرو در پنج مقاله(35, 37, 42-44) سیستم تحلیل حرکت در دو مقاله (36, 41) بود. مداخلات توانبخشی به کار گرفته شده در این مطالعات شامل استفاده از انواع کفش شامل، کفش کنترل، کفش ورزشی، کفش دو میدانی و ارتز در پنج مقاله بود (35, 39, 40, 43, 44). تعداد دو مقاله به ترتیب از آبدرمانی و تمرین دویدن روی شن و ماسه (37, 38) و از نوار کینزیوتیپ و تراباند نیز در دو مطالعه (35, 41) استفاده کرده بودند. نتایج حاصل از استفاده از نوار، کینزیوتیپ و کفی نیز نشان دادند استفاده از نوار در کنار ارتز باعث کاهش نیروی عکس العمل قدامی-خلفی زمین در گروه ارتز نسبت به گروه نوار کمرنگ شد. همچنین مطالعاتی که از کینزیوتیپ استفاده کرده بودند نتیجه گرفتند که کینزیوتیپ باعث کاهش زاویه چرخش افزایش حداکثر نیروی وارد شده به جلوی پا و کاهش نیرو در میانه پا می گردد (35, 36). استفاده از کفی طی دویدن مسیر مرکز فشار را به سمت خارج جابجا می کند (44). مطالعاتی که از ارتز و کفش های کنترل، کفش های ورزشی و دو میدانی استفاده کرده بودند نشان دادند که استفاده از ارتز باعث کاهش انتگرال نیرو-زمان در استخوان کف پایی دوم و پاشنه داخلی، کاهش در بار تاندون آشیل شد (35, 39, 41)، همچنین کفش های دو میدانی باعث افزایش فراوانی عضلات تیبیالیس قدامی، سرینی میانی در مرحله بارگذاری حین دویدن در مقایسه با کفش های معمولی بیشتر بود. کفش های کنترل نیز باعث نرخ بارگذاری کمتری در مقایسه با کفش خنثی شد (40, 43).
جدول 3. مداخلات تمرینی طی دویدن در افراد دارای پرونیت
| نویسنده/سال | هدف | حجم نمونه | مداخله / ابزار | نتیجه |
| اتاابدی و همکاران (35) | مقایسه اثرات ارتز پا و نوار ضد پرونیشن بر جابجایی مرکز فشار و نیروی عکسالعمل زمین بر دویدن افراد دارای کفپای پرونیت | 20 جوان مبتلا به پای پرونیت (12 مرد و 8 زن) | کفشهای ورزشی، کفشهای ورزشی با ارتز پا (FO) و کفشهای ورزشی با نوار کمرنگ (LD) /صفحه نیرو | ارتز پا باعث کاهش نیروی عکسالعمل قدامی- خلفی در مقایسه با نوار کمرنگ و افزایش نیروی عکسالعمل خارجی در مقایسه با کفشهای ورزشی بهتنهایی میشود. |
| چن و همکاران (36) | تأثیر ارتزهای پا و نوار Kinesio بر پارامترهای فضایی-زمانی و کینتیکی راهرفتن در حین دویدن در افراد مبتلا به پا صاف | 20 زن دونده مبتلا به پای پرونیت | ارتز، کینزیوتیپ/ سیستم تحلیل حرکت، تردمیل |
در شرایط استفاده از ارتز پا و نوار Kinesio، زاویه چرخش پا بهطور معناداری کاهش یافته است. حداکثر نیروی وارد شده و فشار در ناحیه پای جلو (Forefoot) بهطور معناداری افزایش یافته است، درحالیکه فشار در ناحیه میانه پا (Midfoot) بهطور معناداری کاهش یافته است. |
| فتح الهی و همکاران (37) |
بررسی تأثیر آبدرمانی بر فعالیتهای عضلانی و سینتیک دویدن در مردان بالغ مبتلا به پای پرونیت | 30 مرد بالغ مبتلا به پای پرونیت | آبدرمانی/ /صفحه نیرو، الکترومایوگرافی سطحی | در مرحله اولیه فاز اتکا گروه آزمایش، فعالیتهای عضلانی تیبیالیس قدامی دو قلو داخلی و گلوتئوس مدیوس بعد از پسآزمون نسبت به پیش آزمون بهطور معنیداری بزرگتر بود. |
| جعفر نژاد گرو و همکاران (38) |
بررسی تأثیر تمرینات طولانیمدت بر روی شن و ماسه بر فراوانی عضلات اندام تحتانی در حین دویدن در دوندگان با پای پرونیت بیشازحد | 30 فرد با پای پرونیت | تمرین شن و ماسه شامل دویدن با پایبرهنه به مدت 8 هفته /الکترومایوگرافی | محتوای فرکانس برای سرینی میانی دو قلو در پسآزمون نسبت به پیشآزمون افزایش یافت. |
| زنگ و همکاران (39) | تعیین اثرات دوز-پاسخ ارتزهای پا با اجزای گوه و قوس جلویی پا بر مسیرهای مرکز فشار و توزیع فشار در حین دویدن در پاهای پرونیت | 50 دونده تفریحی مبتلا به پای پرونیت | نقشهبرداری پارامتریک آماری یکبعدی | تقریباً همه ارتزها باعث کاهش انتگرال نیرو-زماندر متاتارس دوم و پاشنه داخلی میشوند و تنها گوههای میانی جلوی پا باعث کاهش انتگرال نیرو-زمان در هالوکس میشوند. یک اثر خطی گوههای جلوی پا بر روی جابجاییهای جابجایی مرکز فشار ناحیه داخلی-جانبی در طول مرحله پیشرانش وجود داشت، |
| جعفر نژاد گرو و همکاران (40) |
تأثیر کفش حاوی دو سفتی متفاوت بر طیف فرکانس عضلات حین دویدن در بیماران مبتلا به پای پرونیت | 15 مرد مبتلا به پای پرونیت | کفش دو میدانی/ الکترومایوگرافی سطحی | فراوانی تیبیالیس قدامی و گلوتئوس مدیوس در مرحله بارگذاری در حین دویدن با کفشهای دو و میدانی با چگالی دوبل در مقایسه با کفشهای سنبله معمولی بهطور معنیداری بیشتر بود |
| لی و همکاران (41) | مقایسه بار تاندون آشیل در حین دویدن در شرکتکنندگان با کفپای صاف با استفاده از ارتزهای پشتیبانی از قوس در مقابل لیفت پاشنه ارتز | 12 فرد مبتلا به پای پرونیت | دویدن بدون ارتز، با ارتز پشتیبانی قوس سفارشی با لیفت پاشنه ارتز/ سیستم ضبط حرکت | شرکتکنندگانی که با ارتز پشتیبانی قوس سفارشی با لیفت پاشنه ارتز با کاهش قابلتوجهی در بار تاندون آشیل در مقایسه با بدون ارتز همراه بودند. |
| می و همکاران (42) | بررسی تغییرات در وضعیت پا، کینماتیک مفصل، گشتاورهای مفصلی و نیروهای تماس مشترک در اندام تحتانی پس از دویدن روی تردمیل | 20 دونده مرد تفریحی مبتلا به پای پرونیت | راهرفتن روی زمین و دویدن 5 کیلومتری روی تردمیل/ صفحه نیرو، الکترومایوگرافی |
گشتاورهای مفصل ران و نیروهای تماسی در طول تماس اولیه پا به دنبال 5 کیلو دویدن افزایش یافت. گشتاور ابداکشن زانو و نیروی تماس زانوی فوقانی- تحتانی افزایش یافته، درحالیکه گشتاور اکستنشن زانو کاهش یافته است. گشتاور پلانتار فلکشن مچ پا و نیروهای تماس مچ پا در طول ایستادن افزایش یافت |
| جعفر نژاد گرو و همکاران (43) | کفشهای کنترل حرکت به حفظ سطوح نرخ پایین بارگذاری در حین خستگی دویدن در دوندگان زن کمک میکنند. |
22 زن دونده مبتلا به پای پرونیت | پروتکل خستهکننده دویدن روی تردمیل را با استفاده از یک کفش خنثی یا یک کفش کنترل حرکت در دو نوبت جداگانه/ صفحه نیرو | دوندگان مبتلا به پای پرونیت نرخ بارگذاری عمودی کمتری را با کفشهای کنترل حرکت در مقایسه با کفشهای خنثی و پس از خستگی ارائه کردند. |
| یانگ و همکاران (44) | اثرات کفیهای سفارشیسازی شده با چاپ سهبعدی بر کینماتیک پیادهروی و دویدن با پای پرونیت |
15 فرد مبتلا به پای پرونیت | کفی سفارشیشده با پرینت سهبعدی/ صفحه نیرو | فیهای سفارشیشده با پرینت سهبعدی تأثیر قابلتوجهی بر زوایای مفصل مچ پا در شرایط راهرفتن و دویدن نداشتند. بااینحال، آنها مسیر مرکز فشار (COP) را در طول راهرفتن سریع به سمت جانبی جابجا کردند که توزیع بار روی پا را در مرحله ایستادن افزایش داد. |
بحث
هدف از مطالعه حاضر مروری بر تأثیر مداخلات توانبخشی بر بیومکانیک راه رفتن و دویدن در افراد دارای پای پرونیت بود. با توجه به مطالعات صورت گرفته، نتایج نشان داد که انجام تمرینات توانبخشی مانند تمرینات کوتاه پا، تمرینات با تراباند و تمرینات کلینیکی جهت تقویت عضلات درونی و عضلات مچ پا به ترتیب می توانند باعث تقویت عضلات کوچک مچ پا، تقویت عضله تیبیالیس خلفی و حمایت از قوس پا و بهبود الگوی حرکتی و افزایش فعالیت عضلات مچ پا کمک کنند. بهعلاوه استفاده از ارتز و کفی می تواند میزان پرونیشن را کاهش داده و نیروی وارده به پا را متعادل کند. همچنین، باعث بهبود توزیع فشار در کف پا شده و استرس را از روی ساختارهای حساس کاهش می دهند. یافته های محققانی که از تمرینات تقویتی شامل تمرینات کوتاه پا و تمرینات راه رفتن روی انگشتان پا در مقابل تقویت عضلات درونی پا استفاده کرده بودند، نتیجه گرفتند که این تمرینات باعث افزایش فعالیت عضلات تیبیالیس قدامی و خلفی، ابداکتور بلند شست و بهبود قوس کف پا در پای پرونیت طی راه رفتن در افراد مبتلا به پای پرونیت بهخصوص در نتیجه تمرینات تقویتی عضلات درونی پا می گردد (27, 28). این یافته ها نشان می دهند که روش های مختلف تمرینی، چه از طریق تقویت مستقیم عضلات داخلی و چه از طریق تغییر در الگوی حرکتی می توانند به افزایش پایداری و کارایی سیستم حرکتی پا در افراد مبتلا به پای پرونیت طی راه رفتن منجر شود. از مزایای پژوهش های حاضر می توان به حجم نمونه وسیع و مقایسه متغیرهای بیومکانیکی طی راه رفتن در نتیجه مقایسه دو شرایط تمرینی اشاره کرد.
در این بین، مطالعات شامل پروتکل استفاده از تراباند بهصورت ترکیبی مانند تمرین در آب با تراباند و تمرین با تراباند به تنهای نیز نشان دادند که در نتیجه استفاده از این تمرینات فعالیت عضلات دو قلو و نیمه وتری در طی راه رفتن در افراد مبتلا به پای پرونیت افزایش می یابد. (30, 45). محیط آب می تواند عاملی مانند شناوری و مقاومت آب را وارد معادله کند که ممکن است تأثیر متفاوتی روی میزان درگیری عضلات داشته باشد. ازآنجاییکه هر دو تحقیق افزایش فعالیت عضلانی را گزارش کرده اند، می توان نتیجه گرفت که تمرین با تراباند چه در آب و چه در خشکی، می تواند از طریق تقویت عضلات و بهبود انعطافپذیری و فعالیت الکتریکی عضلات باعث تقویت عضلات پا در افراد مبتلا به پای پرونیت مفید واقع گردد که این مورد می تواند دلیل همسویی دو مطالعه مذکور باشد (46). نتایج مطالعات حاصل از استفاده از ارتز نشان داد که استفاده از ارتز در افراد مبتلا به پای پرونیت طی راه رفتن باعث کاهش فرکانس نیروی عکس العمل در ناحیه میانی- خارجی اندام غالب کاهش می باید. از طرفی اوج نیروی عکس العمل زمین با افزایش تکیهگاه قوس کاهش پیدا می کند. همچنین، اوج فشار میانی در عضلات شبیهسازیشده افزایش می-یابد. همچنین گزارش شده است استفاده از کفی باعث افزایش فرکانس متوسط عضلات رکتوریس فموریس و دو قلو داخلی در مرحله بارگذاری اولیه در افراد مبتلا به پای پرونیت طی راه رفتن می گردد؛ بنابراین می توان نتیجه گرفت ارتز با توزیع بهتر نیرو در پا، فشار را در ناحیه میانی-خارجی کاهش، ضربات را جذب و فعالیت عضلات میانی پا را افزایش می دهد (29, 34, 45). همچنین، استفاده از ارتز در این مطالعات نشان می دهد که این مداخله می تواند از طریق تعدیل نیروهای بیومکانیکی وارد بر پا و بهینهسازی الگوهای حرکتی، تأثیرات مثبتی بر عملکرد عضلانی و ساختاری داشته باشد؛ اما مطالعه دیگری نشان داد که استفاده از کفش در مقایسه با ارتز بدون نسخه باعث بهبود آهنگ، طول گام و طول قدم می گردد (33). در مجموع با توجه به نتایج هر دو ابزار کفش و ارتز در این سه مطالعه به شیوه های متفاوت می توانند با حمایت از قوس پا عملکرد حرکتی را بهبود بخشند و از آسیبهای احتمالی جلوگیری کنند. حجم کم نمونه آماری از معایب این تحقیقات به شمار می رود.
مطالعاتی با هدف بررسی متغیرهای بیومکانیکی طی دویدن نیز در افراد مبتلا به پای پرونیت از مداخلاتی مانند نوار تراباند و کینزیوتیپ استفاده کرده اند. یک مطالعه نیروی عکس العمل زمین افراد مبتلا به پای پرونیت را در سه موقعیت شامل، کفش ورزشی، کفش ورزش ورزشی با ارتز و کفش ورزشی با نوار روشن (مقاومت پایین) بررسی کرده بود. نتایج این مطالعه نشان داد نیروی عکس العمل قدامی-خلفی زمین در کفش های ورزشی با ارتز در مقایسه با کفش های ورزشی با نوار کمرنگ می گردد (35). مطالعه دیگری نیز با پروتکل مشابه شامل استفاده از کفش کنترل در مقایسه با ارتز نتیجه گرفت که انتگرال نیرو-زمان در استخوان کف پایی دوم و پاشنه داخلی کاهش می یابد. همچنین گوه های میانی جلوی پا باعث کاهش انتگرال نیرو-زمان در پاشنه می شود (39). بهعلاوه مطالعاتی نیز از انواع کفش بهتنهایی و بدون استفاده از ارتز نشان دادند که کفش های دو میدانی در مقایسه با کفش معمولی باعث افزایش فعالیت عضلات تیبیالیس قدامی و سرینی میانی در مرحله بارگذاری حین دویدن می گردد و نرخ بارگذاری عمودی کمتری با کفش کنترل در مقایسه با کفش خنثی در استفاده جداگانه از هرکدام وجود دارد (40, 43). در مقابل مطالعات دیگر که تنها از ارتز استفاده کرده بودند نشان دادند که ارتز بهتنهایی باعث کاهش بار تاندون آشیل و جابجایی مسیر مرکز فشار به سمت خارج می شود (41, 44). با توجه به یافته ها استفاده از کفش بهتنهایی در مقایسه با استفاده از همزمان از کفش ارتز می تواند مفید باشد؛ اما به نظر می رسد اثرات آن در اصلاح مشکلات بیومکانیکی برای افراد مبتلا به پای پرونیت کمتر تأثیر بگذارد. لذا استفاده همزمان از کفش از ارتز به شکل مؤثری می تواند در کاهش بارها و افزایش فعالیت عضلانی و بهبود عملکرد در افراد مبتلا به پای پرونیت طی دویدن عمل کند. دلیل این امر این است که ارتز و کفش با اصلاح راستای پا، کاهش پرونیشن، جذب شوک و حمایت از قوس کف پا، فعالیت عضلانی را افزایش داده و عملکرد دویدن را در افراد با پای پرونیت بهبود میبخشند (46). نتایج حاصل از استفاده ترکیبی از ارتز و نوار کینزیوتیپ نیز زاویه چرخش پا را بهطور معنیداری کاهش می دهد و باعث افزایش حداکثر نیروی وارد شده و فشار در ناحیه جلو پا می گردید و همچنین، فشار در ناحیه میانی پا را کاهش می دهد (36). ترکیب ارتز و نوار کینزیوتیپ، با کاهش چرخش پا و توزیع بهینه فشار در پا، پشتیبانی فوری از مفاصل و افزایش حس موقعیت بدن را فراهم میکند. مطالعاتی از مداخلات تمرینی مانند تمرینات طولانیمدت روی شن و ماسه و آبدرمانی استفاده کرده بودند. نتایج این مطالعات حاکی از افزایش محتوای فرکانس عضلات سرینی میانی و دو قلو در نتیجه تمرینات طولانیمدت روی شن و ماسه در افراد مبتلا به پای پرونیت طی دویدن بود. در مقابل آبدرمانی باعث افزایش فعالیت عضلات تیبیالیس قدامی و دو قلو داخلی در مرحله اولیه فاز بارگذاری گردید. (37, 38). دلیل افزایش فعالیت عضلات تیبیالیس قدامی و دو قلو داخلی در آبدرمانی، کاهش بار گرانشی و افزایش نیروهای مقاومتی ناشی از حرکت در آب است که باعث میشود این عضلات برای حفظ تعادل و کنترل حرکات بیشتر فعال شوند (46). از مزایای استفاده از آبدرمانی می توان به خاصیت شناوری آب که باعث کاهش فشار روی مفاصل و بافت ها می شود اشاره کرد. هر دو پروتکل استفاده شده در دو مطالعه فوق به دلیل ایجاد مقاومت خارجی (تمرین در آب و روی شن و ماسه) به افزایش فعالیت عضلانی کمک کرده و در بهبود تعادل و ثبات طی دویدن در افراد مبتلا به پای پرونیت می توانند مفید باشند.
نتیجه گیری نهایی
مداخلات توانبخشی از قبیل تمرینات ورزشی، استفاده از نوارهای تراباند، کینزیوتیپ، استفاده از انواع ارتزها، کفش ها و کفی ها طی راه رفتن و دویدن بهطورکلی می توانند به اصلاح حرکت، کاهش فشار و پیشگیری از آسیب ها کمک کند. این مداخلات معمولاً باعث بهبود عملکرد عضلانی و پایداری حرکتی می شوند که در نهایت به کاهش درد و آسیب های مفصلی در افراد مبتلا به پای پرونیت کمک می کند.
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تمام نویسندگان در طراحی، اجرا و نگارش همه بخش های پژوهش حاضر مشارکت داشته اند.
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